" कभी मैं जंग मे गया तो दुश्मन के इलाके के अंदर तक हमला करूँगा और इस दौरान अगर पकड़ा गया तो जेल से भी भाग जाऊंगा''. भारतीय वायु सेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिलीप पारुलकर अक्सर ऐसा कहते थे. और 71 की ज़ंग में उनके साथ बिल्कुल यही हुआ. सुनिए पूरी कहानी 'इति इतिहास' में नितिन ठाकुर से.