*योग्य गुरुसे दीक्षा लिया विना मंत्र जप न करें। अपने मन से पुस्तक से पढ़कर जप करने से कोई लाभ नहीं होता, उलटे हानि ही होती है। गुरु द्वारा कानमें दिया गया मंत्र बन्दूक की गोली की भांति है और अपने मन से पढ़कर या टी वी चैनल पर देख-सुनकर जप करना कारतूस को हाथ से फेंककर मारने जैसा है।
*मंत्रके दशविध संस्कार। गृहस्थों के लिये राम सर्वाधिक प्रभावशाली मंत्र है।