दण्डी स्वामी सदाशिव ब्रह्मेन्द्रानन्द सरस्वती

E 203. पातञ्जल योग, सूत्र 2.6,7,8. अस्मिता और राग तथा द्वेष की परिभाषा।


Listen Later

इस एपिसोड में-
*अविद्या के लक्षण- अनित्य को नित्य, अपवित्रको पवित्र, दुःख को सुख और अनात्मि को आत्मा समझना ।
*दुःखके प्रकार- 1.परिणामदुःख, 2.तापदुःख, 3.संस्कारदुःख। संस्कार ही आवागमन के चक्रमें डालते हैं
4.गुणवृत्तिविरोध दुःख।
*अविद्या से अस्मिता क्लेश उत्पन्न होता है।
*चित्त और आत्माको एक समझना अस्मिता नामक क्लेश है। यही चिज्जड़ ग्रन्थि है। दृक्शक्ति और दर्शनशक्ति अर्थात् द्रष्टा और दृश्यका एक रूप में अनुभव करना अस्मिता है।
द्रष्टा चेतन है, बुद्धि जड़ है। इसका नाश स्वरूप के ज्ञानसे होता है।
*राग की परिभाषा।
*द्वेष की परिभाषा।
...more
View all episodesView all episodes
Download on the App Store

दण्डी स्वामी सदाशिव ब्रह्मेन्द्रानन्द सरस्वतीBy Sadashiva Brahmendranand Saraswati