*जन्मौषधिमन्त्रतपःसमाधिजाः सिद्धयः।
*सिद्धि प्राप्त होनेका अभिमान पतन का कारण है। सिद्धिके त्याग का अभिमान भी पतनका कारण है।
*सिद्धि का अर्थ - अपूर्व शक्ति की प्राप्ति।
*योगभ्रष्ट का अर्थ- चरमसिद्धि प्राप्त होने से पूर्व ही देहावसान हो जाना।
*तप का अर्थ - किसी सङ्कल्प के साथ बडे़ से बडे़ कष्ट को सहन करना।