आगरा से चार किलोमीटर दूर है सिकंदरा जहां अकबर की कब्र है. अकबर की मृत्यु के करीब 50 साल बाद 1658 में औरंगजेब गद्दी पर बैठा. उस वक्त औरंगजेब जाटों की बग़ावत से जूझ रहा था. साल 1669 में एक युद्ध हुआ जिसमें औरंगजेब ने जाट इलाकों पर हमला कर के इनके नेता गोकुल जाट और उदय सिंह को कैद कर लिया. बाद में इन्हें फांसी भी दे दी गई. फिर ऐसा क्या किया जाटों ने औरंगजेब से बदला लेने के लिए और मरे हुए अकबर को उन्होंने कैसे नुकसान पहुंचाया? सुनिए 'इति इतिहास' के इस एपिसोड में.