1965 में सोवियत यूनियन ने वोसखोद-2 नाम का एक मिशन पूरा किया. दो अंतरिक्ष यात्री इस प्रोजेक्ट का हिस्सा थे. पावेल बेल्यायेव और एलेक्सई ल्योनोव.इसके बाद से ही अंतरिक्ष में बंदूक ले जाने की परंपरा शुरू हो गई. एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाते हुए अपने साथ खाने पीने का खूब सामान ले जाते हैं, दवाइयां भी, कपड़े भी. लेकिन क्यों एक देश अपने एस्ट्रोनॉट्स को बंदूक देकर भेजता था.सुनिए ‘इति इतिहास’ में.
प्रोड्यूसर- रोहित अनिल त्रिपाठी
साउंड मिक्सिंग- अमृत रेजी