ये कहानी है 'रुफस होम' नामक एक पुस्तकालय की, जिसके बनने के अगले दिन ही उसके मालिक 'रुफस स्टोन' ने वहीं आत्महत्या कर ली थी। अब तक ये किसी को भी नहीं पता चल पाया है कि क्यों रुफस ने अचानक इतना विशाल पुस्तकालय बनवाया और खुशहाल जीवन होने के बावजूद वहीं आत्महत्या कर ली। उसकी मृत्यु के 1 साल तक वो पुस्तकालय बंद रहा। परंतु फिर सरकार ने उसे खरीदकर जनमानस के लिए खोल दिया। उस पुस्तकालय में हर विषय पर पुस्तकें थी व प्रतिदिन बहुत लोग वहाँ पढ़ने आते थे। कुछ सालों तक सब कुछ सही चला। परंतु अब से लगभग 2 साल पहले रुफस होम से जुड़ी पहली घटना बाहर आई। सुबह जब रुफस होम को खोला गया तो लोगों ने वहाँ एक लाश को पाया जो 1 दिन पूर्व ही गायब हुए 12 साल के बच्चे की थी ............