03. रासलीलायां गोपीगीतं, रासपंचाध्यायी का तृतीय अध्याय
रासलीलायां गोपीगीतं, रासपंचाध्यायी का तृतीय अध्याय गोपियों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के विरह में प्रस्तुत गोपी गीत अत्यन्त मधुर और विरह कातर होकर उनके लीलाओं का गायन है।
03. रासलीलायां गोपीगीतं, रासपंचाध्यायी का तृतीय अध्याय
रासलीलायां गोपीगीतं, रासपंचाध्यायी का तृतीय अध्याय गोपियों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के विरह में प्रस्तुत गोपी गीत अत्यन्त मधुर और विरह कातर होकर उनके लीलाओं का गायन है।