स्वप्नमें और जाग्रत दोनोंमें
लाखों जन्म पुराने संस्कार प्रकट हो सकते हैं। सम्भव है लाखों करोणों वर्ष पूर्व हमारे पूर्वज ऋषि कोई संकल्प किये हों जिनकी अभिव्यक्ति न हो सकी हो और अब पुनः हमारे मन में वे प्रकट हो रहे हों! *
पिता से पुत्र भिन्न क्यों हो जाता है? इसका भी यही कारण है कि गुणसूत्रके माध्यमसे उसमें किसी पूर्वज के संस्कार प्रकट हो जाते हैं।