परमात्मा श्री कृष्ण का दर्शन करने से मानव जीवन सफल होता है। मानव अपनी शक्ति और बुद्धि का उपयोग भगवान के लिए करें तो मानव को मरने से पूर्व ही भगवान का प्रत्यक्ष दर्शन हो सकता है। मानव शरीर की यह विशेषता है कि भोग और भगवान दोनों ही शरीर में मिलते हैं। मानव भीतर सभी प्राणियों को केवल भोग मिलता है, भगवान का दर्शन नहीं होता।