।श्री हरिकथा।

40. मन शान्त होना,और न करने योग्य कर्म से मुक्त होनेके लिये।


Listen Later

40 .
अथर्ववेद का मन्त्र । शान्तानि पूर्व रूपाणि शान्तं नोSस्तु कृताकृतम्।शान्तं भूतं च भव्यं च सर्वमेव समस्तु न: ।।
...more
View all episodesView all episodes
Download on the App Store

।श्री हरिकथा।By yashodama