वेदान्त। एपिसोड 536. अपरोक्षानुभूतिः श्लोक 18 की व्याख्या (भाग 5)- तत्वबोधः 11,12,15-19.विचारचन्द्रोदय 3/79,80. * स्थूल, सूक्ष्म और कारण शरीरों की संक्षिप्त परिभाषा।*जाग्रत , स्वप्न , सुषुप्ति की संक्षिप्त परिभाषा। *कारण शरीर भी "मैं" अर्थात् आत्मा नहीं, इस प्रमेय की सिद्धि। इस प्रकार अब तक पांच एपिसोड में यह सिद्ध किये कि "मैं" तीनों शरीरों से परे हूँ, इन तीनों शरीरों का ज्ञाता अथवा द्रष्टा मात्र हूँ। अब अगले एपिसोड में बतायेंगे कि "मैं" पञ्चकोशातीत हूँ।