हर किसी की अपनी अलग कहानी होती है, और अपनी कहानी को खुद से बेहतर कोई नहीं जानता। पर कहते हैं की आँखें किरदार बताती हैं, लोगों से कितना भी छुपा लो पर आँखें सच्चाई दिखा ही देती हैं। तो ये poem उन्हीं कुछ किरदारों के नाम जो कहीं ना कहीं हम सबमें मौजूद हैं, जिन्हें सुन पाना मुश्किल सा है पर सच में कोशिश की जाये तो आँखों के ज़रिए पढ़ पाना आसान है।