आरुण्युपनिषद, सामवेदीय मानी जाती है।इसे आरुणिकोपनिषद् के नाम से भी जाना जाता है। इसमें आरुणि की वैराग्य जिज्ञासा के उत्तर में ब्रह्मा जी ने संन्यास में दीक्षित होने के सूत्र समझाये हैं।
आरुण्युपनिषद, सामवेदीय मानी जाती है।इसे आरुणिकोपनिषद् के नाम से भी जाना जाता है। इसमें आरुणि की वैराग्य जिज्ञासा के उत्तर में ब्रह्मा जी ने संन्यास में दीक्षित होने के सूत्र समझाये हैं।