Story Time, G Says Story

अदिति एक बहुत ही समझदार और सुंदर दिखने वाली लड़की थी वह कॉलेज के फाइनल इयर की छात्रा थी और कॉलेज


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अदिति एक बहुत ही समझदार और सुंदर दिखने वाली लड़की थी वह कॉलेज के फाइनल इयर की छात्रा थी और कॉलेज की हॉस्टल में ही रही करती थी न जाने क्या बात थी कि अदिति की लोगों से बात करने में रुचि नहीं थी जिसकी वजह से उसके बहुत कम दोस्त थे उसके पिता एक बहुत ही जाने-माने एडवोकेट थे और मां एक सामाजिक कार्यकर्ता
परंतु कभी भी घर में बहुत अच्छा माहौल नहीं रहा माता और पिता के पास बहुत समय नहीं होता था कि वह अदिति पर ध्यान दें अदिति अपने मां-बाप की इकलौती बेटी थी
माँ बाप के पास अपने काम से ही फुर्सत नहीं थी बचपन से ही इसीलिए उसे हॉस्टल में पढ़ने के लिए भेज दिया गया था और 12वीं एग्जाम पास करने के बाद जब वह कॉलेज गयी तब भी वह हॉस्टल में ही रहती थी
उसके जीवन में खुशी नाम की कोई चीज ही नहीं थी बचपन से लेकर आज तक दोस्त ही उसके परिवार रहे परंतु दोस्त भी बहुत कम थे क्योंकि पारिवारिक माहोल के चलते हैं उसे किसी से भी बात करना पसंद नहीं था वह एक रिज़र्व किस्म की लड़की थी
न केवल अपने क्लास में पढ़ने वाले लड़कों से बल्कि लड़कियों से भी उसकी दोस्ती बहुत कम थी गिनी चुनी लड़कियां ही उसके मित्र थी
एक दिन जब अदिति का मूड बहुत ख़राब था वह अपने कॉलेज के ग्राउंड में में बैठी हुई थी जबकि अधिकतर बच्चे अपनी क्लास के लिए अंदर चले गए थे
अदिति अपने अतीत में खोई हुई थी तभी उसकी नजर एक बहुत ही सुंदर हैंडसम लड़के पर पड़ी जो वहां से गुजर रहा था यह पहली बार था जब कोई लड़का इतना अच्छा लगा था अदिति को लगा की अभी उससे बात कर ले
वह लड़का भी अदिति को देखते हुए आगे बढ़ गया
अदिति ने फिर से अपने आप को अतीत में खींच लिया और फिर से सोचने लगी क्यों उसके मां-बाप ने उसे हॉस्टल में पढ़ने भेज दिया क्यों उसे दुसरे बच्चों की तरह नहीं पाला गया क्या उसके माँ बाप उसे अच्छा नहीं मानते हैं क्योंकि मम्मी और पापा दोनों ही अपने काम में व्यस्त रहते हैं अदिति यह सब सोच ही रही थी
तभी वह लड़का वापस आया और अदिति के पास आकर बैठ गया
हेल्लो डियर उसने अदिति से कहा
एकदम हैरान थी उसे लगा जैसे उसकी मन की बात उस लड़के ने सुन ली थी
हाय अदिति ने भी हिच किचाते हुए बोला
दोनों ने बातें शुरू की बातें करते हुए कितना समय गुजर गया अदिति को पता ही नहीं चला उस लड़के से बात करना अदिति को बहुत अच्छा लग रहा था
दुसरे दिन भी जब अदिति अपनी क्लास ख़त्म होकर क्लास ने निकली तो उसी लड़के से मिलने और बात करने के लिए उसे ढूँढने लगी
उसको इसके लिए ज्यादा महनत नहीं करनी पड़ी वह जल्द ही उसे मिल गया और आज भी उन्होंने बहुत बात की
यह सिलसिला अब रोज शुरू हो गया जब भी अधिक समय मिलता वह कॉलेज के ग्राउंड में बैठ जाती और वह लड़का भी वहां आ जाता है दोनों मिलकर खूब बातें किया करते थे
उस लड़के का अदिति के जीवन में आने की वजह से अदिति का स्वभाव बदलने लगा था और सब से बातें करने लगी थी वह अपनी सभी क्लासेस अटेंड करने लगी थी
और सभी प्रोफेसर और बच्चे भी अदिति में आये बदलाव को नोटिस करने लगे थे और उसकी तारीफ करने लगे थे वे सब अस्चर्या चकित थे की अचानक अदिति में इतने बदलाव कैसे आ गए थे
अदिति बहुत ही पॉजिटिव हो गई थी जीवन के प्रति उसका नजरिया बदल चुका था अब वह खेलकूद से लेकर और कॉलेज में होने वाले अधिकतर सभी कार्यक्रम में भाग लेने लगी थी
अतिथि और उस लड़के की दोस्ती इतनी अधिक हो गई थी कि अदिति उसके बिना जीना मुश्किल समझती थी
अतिथि की पूरी पूरा जीवन बिल्कुल बदल चुका था वह आज कॉलेज की सबसे ज्यादा चर्चित पहचाने जाने वाली एक्टिव और सबसे ज्यादा कमाल की लड़की थी
अदिति को भी अपनी नया जीवन बहुत अच्छा लगने लगा था उसे लोगों से मिलना बात करना और कॉलेज के हर कार्यक्रम में भाग लेना बहुत अच्छा लगता था उसके जीवन में ऐसा पहली बार हुआ था कि वह सबसे मिलती थी उसे किसी से मिलने में कोई हिचकिचाहट नहीं थी ऐसा करते-करते फाइनल ईयर भी खत्म हो गया था
अदिति का एक बहुत अच्छी कंपनी में प्लेसमेंट भी हो गया आज का आखिरी दिन था आज वे सभी कॉलेज को अलविदा कहने जा रहे थे
अदिति उस लड़के का इंतजार कर रही थी सब लोग अब अपने अपने घर जा रहे थे अदिति को भी कल सुबह हॉस्टल छोड़ना था उस लड़के का इन्तेजार करते करते बहुत देर हो गयी थी कॉलेज कैंपस में शायद ही अब कोई स्टूडेंट रहा होगा अदिति भी आखिर थक कर जाने लगी
तभी उसने देखा की वह लड़का उसकी और आ रहा है
अदिति ने गुस्से से पुछा कहाँ थे अब तक तुम मैं
कब से तुम हारा इन्तेजार कर रही थी
लड़के ने कुछ नहीं बोला
आज मेरा कॉलेज में लास्ट दिन है और मेरा कैंपस प्लेसमेंट के चेलते एक बहुत अच्छी जॉब भी मिल गयी है
और मुझे कल सुबह हॉस्टल का कमरा भी छोड़ना है
उनकी
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Story Time, G Says StoryBy Dheeraj Deorari