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सुनिए जिगीषा जोशी के जीवन की प्रेरक कहानी। जिगीषा राजसमंद ज़िले के नाथद्वारा की रहने वाली है जिसे श्री नाथ जी की नगरी भी कहा जाता है। नाथद्वारा में जन्मी और पली-बढ़ी जिगीषा जोशी ने अपना बचपन नाथद्वारा में ही बिताया। एक ब्राह्मण परिवार में जन्म लेने वाली जिगीषा के दादा जाने माने ज्योतिषविद थे, वहीं इनके पिता एक जाने माने थिएटर आर्टिस्ट है जिन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से शिक्षा अर्जित की। पिता से ही अभिनय के गुण इनके अंदर भी आये। जी हाँ अभिनय में इनकी हमेशा से एक विशेष रूचि थी। वही इन्हें अपने यहाँ के रीति-रिवाज़, यहां की भाषा और संस्कृति ने भी काफी प्रभावित किया। जिगीषा की चाह थी कि वो एक थिएटर आर्टिस्ट बने। फिर एक समय ऐसा आया जब इन्हें अपने अंदर छुपी अभिनय की कला को सभी के सामने प्रदर्शित करने का मौका मिला। जब इनकी कला को लोगों ने देखा और सराहा तो इनके मन में इसी तरह कुछ और वीडियोज़ बनाने की इच्छा जगी। जी हाँ फिर धीरे धीरे सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों से जुड़ना शुरू किया। और ये तो हम सभी जानते है कि आज कल इंटरनेट का ज़माना है। जी हाँ सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कौन कब फेमस हो जाए, ये कहा नहीं जा सकता। ऐसे में जब इन्होंने भी जब मेवाड़ी भाषा में अपनी वीडियोज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की। तो अपने शानदार अभिनय के ज़रिये लोगों के दिलों में एक खास जगह बना ली। जी हाँ मेवाड़ी बोली के साथ अपने यहां की संस्कृति को इन्होंने जब अलग अलग अंदाज़ में वीडियो में दिखाया तो इनका वो अंदाज़ लोगों को काफी पसंद आया। आज इनकी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तारीफे बटौर रही है। सोशल मीडिया के तमाम एकाउंट्स पर सक्रीय जिगीषा के फोल्लोवेर्स की संख्या भी जबरदस्त है। आपको बतादें अभिनय और कला से जुड़ने के साथ ही इन्होंने अपने आप को सामाजिक कार्यों से भी जोड़े रखा है। जी हाँ ये समाजसेवा के कार्य भी करती रहती है। ये वर्तमान में 'कुटुम्ब' नामक संस्था का संचालन कर रही है। जहां अभावग्रस्त बच्चों की शैक्षणिक रूप से मदद की जाती है। पूरी कहानी पढ़ें: https://stories.workmob.com/jigisha-joshi-social-work
वर्कमोब द्वारा #मेरीकहानी कार्यक्रम के माध्यम से एक नयी पहल शुरू की गयी है जिसके ज़रिये हर कोई छोटे बड़े बिज़नेस ओनर्स अपनी प्रेरक कहानियों को यहाँ सभी के साथ साझा कर सकते है। क्योंकि हर शख्स की कहानी में है वो बात जो जीवन को बदलकर एक नयी दिशा दिखाएगी, और ज़िन्दगी में ले आएगी आशा की एक नयी चमकती किरण। #प्रेरककहानियाँ #जिगीषाजोशी #नाथद्वारा #थिएटरआर्टिस्ट #नेशनलस्कूलऑफ़ड्रामा #सोशलमीडिया #संस्कृति #फोल्लोवेर्स #समाजसेवा #अभिनय #कला
जानिए वर्कमोब के बारे में: जुड़िये वर्कमोब पर अपनी कहानी साझा करने और प्रेरणादायक कहानियाँ देखने के लिए। ये एक ऐसा मंच है जहां आप पेशेवरों, लघु व्यापारियों, उद्यमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की वीडियो कहानियां देख सकते हैं और दूसरों को प्रेरित करने के लिए अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक कहानी सभी के साथ साझा कर सकते हैं। आपकी कहानी में लोगों को आशा देने, प्रेरणा देने और दूसरों का जीवन बदलने में मदद करने की एक अद्भुत क्षमता है। यह 100% मुफ़्त है। इस लिंक पर क्लिक करें और देखें प्रेरक कहानियां https://stories.workmob.com/
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By Workmobसुनिए जिगीषा जोशी के जीवन की प्रेरक कहानी। जिगीषा राजसमंद ज़िले के नाथद्वारा की रहने वाली है जिसे श्री नाथ जी की नगरी भी कहा जाता है। नाथद्वारा में जन्मी और पली-बढ़ी जिगीषा जोशी ने अपना बचपन नाथद्वारा में ही बिताया। एक ब्राह्मण परिवार में जन्म लेने वाली जिगीषा के दादा जाने माने ज्योतिषविद थे, वहीं इनके पिता एक जाने माने थिएटर आर्टिस्ट है जिन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से शिक्षा अर्जित की। पिता से ही अभिनय के गुण इनके अंदर भी आये। जी हाँ अभिनय में इनकी हमेशा से एक विशेष रूचि थी। वही इन्हें अपने यहाँ के रीति-रिवाज़, यहां की भाषा और संस्कृति ने भी काफी प्रभावित किया। जिगीषा की चाह थी कि वो एक थिएटर आर्टिस्ट बने। फिर एक समय ऐसा आया जब इन्हें अपने अंदर छुपी अभिनय की कला को सभी के सामने प्रदर्शित करने का मौका मिला। जब इनकी कला को लोगों ने देखा और सराहा तो इनके मन में इसी तरह कुछ और वीडियोज़ बनाने की इच्छा जगी। जी हाँ फिर धीरे धीरे सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों से जुड़ना शुरू किया। और ये तो हम सभी जानते है कि आज कल इंटरनेट का ज़माना है। जी हाँ सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कौन कब फेमस हो जाए, ये कहा नहीं जा सकता। ऐसे में जब इन्होंने भी जब मेवाड़ी भाषा में अपनी वीडियोज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की। तो अपने शानदार अभिनय के ज़रिये लोगों के दिलों में एक खास जगह बना ली। जी हाँ मेवाड़ी बोली के साथ अपने यहां की संस्कृति को इन्होंने जब अलग अलग अंदाज़ में वीडियो में दिखाया तो इनका वो अंदाज़ लोगों को काफी पसंद आया। आज इनकी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तारीफे बटौर रही है। सोशल मीडिया के तमाम एकाउंट्स पर सक्रीय जिगीषा के फोल्लोवेर्स की संख्या भी जबरदस्त है। आपको बतादें अभिनय और कला से जुड़ने के साथ ही इन्होंने अपने आप को सामाजिक कार्यों से भी जोड़े रखा है। जी हाँ ये समाजसेवा के कार्य भी करती रहती है। ये वर्तमान में 'कुटुम्ब' नामक संस्था का संचालन कर रही है। जहां अभावग्रस्त बच्चों की शैक्षणिक रूप से मदद की जाती है। पूरी कहानी पढ़ें: https://stories.workmob.com/jigisha-joshi-social-work
वर्कमोब द्वारा #मेरीकहानी कार्यक्रम के माध्यम से एक नयी पहल शुरू की गयी है जिसके ज़रिये हर कोई छोटे बड़े बिज़नेस ओनर्स अपनी प्रेरक कहानियों को यहाँ सभी के साथ साझा कर सकते है। क्योंकि हर शख्स की कहानी में है वो बात जो जीवन को बदलकर एक नयी दिशा दिखाएगी, और ज़िन्दगी में ले आएगी आशा की एक नयी चमकती किरण। #प्रेरककहानियाँ #जिगीषाजोशी #नाथद्वारा #थिएटरआर्टिस्ट #नेशनलस्कूलऑफ़ड्रामा #सोशलमीडिया #संस्कृति #फोल्लोवेर्स #समाजसेवा #अभिनय #कला
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