सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना हे ज़ोर कितना बाजु ऐ कातिल में है|
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमान। हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में वह है।
सहयोगी पेश करता हे बाज़ का गीत। गोर्की की इस कहानी में हम जानेंगे कि इंकलाबी केसे होते हैं।