पाकिस्तान में रावी किनारे 500 साल पहले सिखों के पहले गुरू नानक देव ने एक गुरुद्वारा स्थापित किया था. आज ये करतारपुर साहब कहा जाता है. कोरोना की वजह से इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन 29 जून से इसे फिर खोला जा रहा है. पिछले साल भारत-पाकिस्तान के बीच साढ़े 4 किलो मीटर का गलियारा बनाया गया था ताकि भारत से भी लोग दर्शन के लिए जा सकें. करतारपुर क्यों है इतना ख़ास, आइये जानते हैं.