भगवान शिव की तपस्या कामदेव के कारण भंग होने पर शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल दिया ।
भगवान शिव तपस्या में लीन थे, तब देवताओं के कहनेपर कामदेव ने कामबाण भगवान शिव को मारे, जिससे शिव की तपस्या भंग हो गई । तो भगवान शिव ने क्रोध के मारे अपना तीसरा नेत्र खोल दिया, और कामदेव उसमें भस्म हो गए ।
भगवान शिव की तपस्या कामदेव के कारण भंग होने पर शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल दिया ।
भगवान शिव तपस्या में लीन थे, तब देवताओं के कहनेपर कामदेव ने कामबाण भगवान शिव को मारे, जिससे शिव की तपस्या भंग हो गई । तो भगवान शिव ने क्रोध के मारे अपना तीसरा नेत्र खोल दिया, और कामदेव उसमें भस्म हो गए ।