भिक्षुकोपनिषद् शुक्ल यजुर्वेदीय उपनिषद् है। इसमें आत्मकल्याण एवं लोक कल्याण हेतु भिक्षा चर्या द्वारा जीवन यापन करने वाले संन्यास धर्म का संक्षिप्त किन्तु प्रभाव पूर्ण वर्णन किया गया है।
भिक्षुकोपनिषद् शुक्ल यजुर्वेदीय उपनिषद् है। इसमें आत्मकल्याण एवं लोक कल्याण हेतु भिक्षा चर्या द्वारा जीवन यापन करने वाले संन्यास धर्म का संक्षिप्त किन्तु प्रभाव पूर्ण वर्णन किया गया है।