चारण और भाट पुराने जमाने में राज दरबार का हिस्सा हुआ करते थे , इनका काम राजा का महिमा मंडन हुआ करता था , वक्त बदला उसी के साथ इन्होंने भी अपने आप को रि-इंवेंट कर लिया है
चारण और भाट पुराने जमाने में राज दरबार का हिस्सा हुआ करते थे , इनका काम राजा का महिमा मंडन हुआ करता था , वक्त बदला उसी के साथ इन्होंने भी अपने आप को रि-इंवेंट कर लिया है