यह पोटका स्टेशन पूरी तरीके से चरित्र के ऊपर आधारित है। चरित्र वह चीज होता है जो एक मनुष्यको मनुष्य से देवत्व तक लेकर जा सकता है। चरित्र ही व्यक्ति की भाग्य तथा भविष्य निर्धारण करता है।एक सफल व्यक्ति कैसे बना जाए, अपने चरित्र को कैसे मजबूत किया जाए?अपने व्यक्तित्व को कैसे निखारा जाए?, अपनी जिंदगी का मकसद क्या है उसको कैसे जाने?, मैं कौन हूं?,मेरी जिंदगी का लक्ष्य क्या है?....ऐसे और भी अपने बारे में सवाल जवाब करते हुए अपने चरित्र को मजबूत बनाने की इस पकरिया का नाम है चरित्र शास्त्र।