डिग्रोथ इकोनॉमी एक सामाजिक और आर्थिक आंदोलन है जो अनंत आर्थिक वृद्धि के लक्ष्य की आलोचना करता है, खासकर समृद्ध देशों में। यह तर्क देता है कि सीमित संसाधनों वाले ग्रह पर अंतहीन वृद्धि संभव नहीं है और अक्सर इससे सामाजिक असमानता और पर्यावरणीय विनाश होता है।