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सुनिये उड़ीसा के एक छोटे से गांव में जन्मी, पली बढ़ी शबनम अदानी की कहानी।साधारण से परिवार में परवरिश हुई। फिर इन्होने अपनी पढाई पूरी की और उसके बाद काम की तलाश शुरू की। और फिर ये जर्नलिज्म की पढाई कर रही थी उसी दौरान इन्होने साथ साथ नौकरी करने का भी निश्चय किया और फिर ये मीडिया क्षेत्र में ही काम भी करने लगी। हमेशा से ही इन्हे मीडिया क्षेत्र में आगे बढ़ना था और अपना करियर बनाना था ऐसे में आगे बढ़ती गयी हालांकि ये उतना सरल नहीं है जितना आप सोचते है तो ऐसे में इनके रास्ते में भी कई मुश्किलें आये लेकिन इन्होने उन तमाम मुश्किलों को हिम्मत और हौसले के साथ पार किया। और आज इन्हे इस क्षेत्र में 10 साल काम करते करते हो गए है। और पिछले 4 सालों से ये दिल्ली में एक चैनल में बतौर जर्नलिस्ट काम कर रही है। और अपने काम से बेहद खुश है| https://youtu.be/c1aPJ-6FuD4
वर्कमोब द्वारा #मेरीकहानी कार्यक्रम के माध्यम से एक नयी पहल शुरू की गयी है जिसके ज़रिये हर कोई छोटे बड़े बिज़नेस ओनर्स अपनी प्रेरक कहानियों को यहाँ सभी के साथ साझा कर सकते है। क्योंकि हर शख्स की कहानी में है वो बात जो जीवन को बदलकर एक नयी दिशा दिखाएगी, और ज़िन्दगी में ले आएगी आशा की एक नयी चमकती किरण। #प्रेरककहानियाँ #जर्नलिज्म #मुश्किलें #मीडिया #जर्नलिस्ट #हौसले #हिम्मत
जानिए वर्कमोब के बारे में:
जुड़िये वर्कमोब पर - ये है भारत का अपना एक प्रोफेशनल सोशल नेटवर्क। जोश और जुनून से भरी प्रेरणादायक कहानियां देखिये। मजेदार प्रतियोगिताएं खेलिए, उनका हिस्सा बने, लाइव जुड़िये, और भी बहुत कुछ पाए वर्कमोब पर। यह सौ प्रतिशत बिलकुल मुफ्त है। जाइये इस लिंक पर - https://stories.workmob.com और देखें ढेर सारी प्रेरक कहानियाँ।
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By Workmob
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