E 109. योग-वेदान्त - स्वप्न क्या है? भाग 3- जाग्रत स्वप्न और सुषुप्ति का विश्लेषण - माण्डूक्य मत ।
जाग्रत को समझें, अपनी विश्वरूपताको पहचानें।
जाग्रत के अभिमानी का नाम विश्व और जाग्रतपुरुष का नाम आपका व्यक्तिगत नाम है। व्यष्टिजाग्रत से ऊपर उठकर समष्टिजाग्रत की ओर बढे़ं। अपने व्यष्टिशरीर से ऊपर उठकर अपनी विश्वशरीरको पहचानें।
E 109. योग-वेदान्त - स्वप्न क्या है? भाग 3- जाग्रत स्वप्न और सुषुप्ति का विश्लेषण - माण्डूक्य मत ।
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जाग्रत के अभिमानी का नाम विश्व और जाग्रतपुरुष का नाम आपका व्यक्तिगत नाम है। व्यष्टिजाग्रत से ऊपर उठकर समष्टिजाग्रत की ओर बढे़ं। अपने व्यष्टिशरीर से ऊपर उठकर अपनी विश्वशरीरको पहचानें।