*योग सहायक है वेदान्तका। योग अभ्यासका विषय है वेदान्त विचार का। हां, विचारका अभ्यास अथवा ब्रह्माभ्यास कह सकते हैं।
*वेदान्त का स्वाराज्य क्या है? महाराजका अर्थ क्या है? .....
*समदर्शन यह है कि घडा़ सकोरा इत्यादि सब मिट्टी है। किन्तु व्यवहार में घडे़ और सकोरे का उपयोग यथायोग्य अलग अलग करना होगा।