इस एपिसोड में -
1. प्र+नव/नमन।
2.प्र+नौ(नाव)=प्रकृति रूपी संसारसागर से पार ले जाने वाली नौका।
3.प्रणव का नाम लेना गृहस्थोंके लिये निषिद्ध है। इसीलिये प्रणवका जप भी गृहस्थोंके लिये निषिद्ध है।
4. प्र=प्रपंच, न=नहीं, वः=तुम लोगों के लिये। युस्मद् शब्द के अनुसार।
5. प्रकर्षेण नयति वः मोक्षे। मोक्ष तक ले जाने का सर्वोत्तम साधन।
6. प्रकृष्ट नूतन ज्ञान देता है, अतः प्रणव है।