बचपन में हर एक बच्चे को बड़े होने की लालसा रहती है और बड़े होने भी सभी लोगों को बचपन में लौट जाने की इच्छा। हालांकि दोनों में से किसी इच्छा को पूरा तो नहीं किया जा सकता, मगर एक कहानीकार होने के सौभाग्य से खुद के बचपन को कहानी में सहेज कर रखने का सुअवसर मिला तो सोचा सबसे साझा कर सभी को बचपन की यात्रा कराई जाए। मेरे साथ अपने बचपन की इस यात्रा के लिए सुनिए, मेरे बचपन की कहानी मेरी ज़ुबानी।