रात के वक्त जो इंसान लम्हा के कमरे के बाहर खड़ा है वो पकड़ा जाता है और वो कोई नहीं रहम है. सब लोग रात में ही बैठ कर उससे बात करते हैं. रहम अपने रेस्टोरेंट आने का सबको न्योता देता है. पर पापा इस बात को एक्सेप्ट नहीं कर पाते हैं. एक मोड़ पर आकर लम्हा , माँ ,पापा मीरा कोई भी परिस्थिति को संभाल नहीं पाता है. और पापा डिसीजन लेते हैं की वो रिजोट छोड़ कर आज ही लखनऊ के रवाना होंगे. --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/kislaya-kindam/message