एपिसोड 529. आयुर्वेदमें सदाचार-भाग 12, महामारी उत्पन्न होनेके कारण-भाग 1. *".....नष्टधर्मसत्यलज्जाचारगुणजनपदं.."। चरकसंहिता के अनुसार, देशमें धर्म, सत्य, लज्जा, आचार और शुभ गुण नष्ट होने पर विभिन्न प्रकृति वाले मनुष्योंमें समान काल में समान लक्षणों वाली व्याधियां (अर्थात् महामारी) उत्पन्न होकर देशको नष्ट करती हैं। उस महामारी के सामान्य कारक होते हैं - प्रदूषित वायु, प्रदूषित जल, अधार्मिक आचरण और ऋतुओं का अपने लक्षणों से विपरीत होना।