एपिसोड 555. मानस,दोहा 105 से 108 पार्वती-शिव में रामकथा सम्बन्धी संवादकी भूमिका। *"निज कर डासि नागरिपु छाला । बैठे सहजहिं सम्भु कृपाला।" शंकरजी साथ में आसनधारी लेकर नहीं चलते। अपना आसन स्वयं बिछा लेते हैं। *भगवती उमा ने रामकथा सुनने की जिज्ञासा प्रकट करते हुये आरम्भ में 15 प्रश्न किये और कथा पूर्ण होने के उपरान्त 6 प्रश्न।