*ज्ञानी हो गया, इसकी पहचान क्या है ? *भगवती के ज्ञानपरायण भक्त की पूजा स्वयं भगवती की पूजा से करोडो़गुना अधिक फलदाई है। *ब्रह्मविद्या अति गोपनीय है। जिसकी शास्त्र और गुरु में श्रद्धा न हो तथा जिसमें वैराग्य तथा शमादि षट्सम्पत्तियां न हों, उसे नहीं बताना चाहिये।