एपिसोड 598, गीतामुक्तावली 2/32-37 - * क्षत्रियके लिये धर्मयुद्ध स्वर्ग का खुला द्वार है।
*सामान्य धर्म और विशेष धर्म में अन्तर। युद्ध क्षत्रिय का विशेष धर्म है। सामान्य शास्त्र से विशेष शास्त्र बलवान् होता है। उसी प्रकार जैसे आज के संसदीय अधिनियमों में भी विशेष विशेष अधिनियम (Special Act) सामान्य अधिनियम पर अधिमानी होता है।