*क्या ज्ञान होने के उपरान्तभी अभ्यास आवश्यक है?
*पढ़-सुनकर जान लेने में और बोध होने में क्या अन्तर है?
*ज्ञान किसको होता है? जीवको? अथवा आत्मा को? अथवा इन्द्रियों को? अथवा मन को ? अथवा बुद्धि को ? अथवा चित्त को? अथवा अहंकार को? अथवा अन्य किसी को? वह क्या है जो अज्ञानी होकर भटक रहा है और ज्ञान होने पर मुक्त हो जायेगा? वह कौन है अथवा क्या है जो ज्ञान प्राप्त होने पर स्वयं नष्ट हो जाता है?
इन प्रश्नों का विस्तृत उत्तर एपिसोड 622 में दिया जायेगा।