* साधनचतुष्ट्य अथवा अधिकार चतुष्ट्यवेदान्त केवल पढ़ने और रटने की चीज नहीं है। पुस्तकीय ज्ञान और यथार्थ ज्ञान में अन्तर है।
*यथार्थ ज्ञान के लिये क्रम से आगे बढे़ं।
*शम, दम,उपरति, तितीक्षा, श्रद्धा और समाधान क्या हैंं - प्रत्येक की परिभाषा।
* तितीक्षा के अभ्यासका आरम्भ जिह्वा से करें।