नोट- यह प्रवचन
दो वर्ष पुराना है। भगवद्गीता वाले प्रवचन सीधे चैनल पर ही नित्य रिकार्ड कर शेयर किये जाते हैं। अन्य पुराने प्रवचनों में से प्रतिदिन एक एपिसोड रिकार्डर से लेकर ऐंकर चैनल पर शेयर करते हैं।) (#त्रुटिसुधार - " अन्नाद्भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः" सम्भवतः आडियो में इस वाक्य में कुछ गड़बडी़ है। सुधारकर समझ लेना चाहिये। ) # इस एपिसोड के विषय - *आत्मा की परिभाषा नकारात्मक है।
*तब आत्माकी परिभाषा बताने के क्रम में इन्द्रियों की, मन बुद्धि की, जाग्रत् स्वप्न सुषुप्ति - इन तीनों अवस्थाओं की, स्थूल सूक्ष्म कारण - इन तीनों शरीरों की और पञ्चकोशोंकी परिभाषायें बताने का क्या तात्पर्य है?
*कोश - कोश , कोष और कोस के अर्थ।
*पञ्चकोश कौन कौन से हैं? उनके लक्षण क्या हैं? इस एपिसोड में अन्नमय और प्राणमय कोश की चर्चा है। शेष तीन की चर्चा अगले एपीसोड में ..।