एपिसोड 734. सदाचारशतकम् 8- 10
*नाभि से ऊपर के सभी अङ्ग पवित्र माने गये हैं, उसमें भी मुख सर्वाधिक पवित्र है। क्योंकि यही शब्दब्रह्म को प्रकट करता है और यही समस्त शरीर का पोषण करता है।
*ब्राह्मण की रचना का उद्देश्य।
*आचारः परमो धर्मः।
*वेदोऽखिलो धर्ममूलम्।
*वेद और धर्मशास्त्र का अर्थ।
*नास्तिक का अर्थ।
*साक्ष्य के नियम - आधुनिक कुतर्कों का समाधान।
*वेद ही परम प्रमाण हैं।
*शास्त्रनियमों में मतभेद होने पर विकल्प - *तुल्यबलविरोधे विकल्पः*। * प्रमाणों की वरीयता का क्रम 1. वेद-वेदाङ्ग, 2.स्मृति, 3. इतिहास, (रामायण, महाभारत) 4. पुराण इत्यादि।