षड्दर्शन में मोक्षके पर्यायवाची। योगके प्रकार। पातञ्जल योगकी विशेषता। .... पातञ्जल योग निरीश्वरवादी नहीं है। इसमें तो ईश्वरकी स्पष्ट परिभाषा की गयी है। इतना ही नहीं , इसमें कर्मयोग और भक्तियोग का भी सम्यक् निर्देश है। तदुपरान्त ज्ञान तो स्वतःसिद्ध है।