गुरु और गोबिंद को सदा से ही एक पंक्ति में रखा जाता रहा है। आज के समय में भी एक गुरु हैं जो उस बात को सार्थक किए हुए हैं अपने प्रयासों से। इनके बारे में जानने के लिये सुनिए पथिक का यह तीसरा अंक।
गुरु और गोबिंद को सदा से ही एक पंक्ति में रखा जाता रहा है। आज के समय में भी एक गुरु हैं जो उस बात को सार्थक किए हुए हैं अपने प्रयासों से। इनके बारे में जानने के लिये सुनिए पथिक का यह तीसरा अंक।