*जलन्धर के उत्पत्ति की भूमिका।
*शिवजी द्वारा बृहस्पति का "जीव" नामकरण।
*क्षारसमुद्र में प्रक्षिप्त भगवान् शङ्कर की नेत्राग्नि से जलन्धर की उत्पत्ति।
*कालनेमि की पुत्री वृन्दा से जलन्धर का विवाह।
*देवताओं से जलन्धर का युद्ध।
*लक्ष्मीजी समुद्रपुत्री हैं, जलन्धर समुद्रपुत्र। लक्ष्मी को भगवान् विष्णु ने आश्वासन दिया वे देवताओं के लिये जलन्धर से युद्ध तो करेंगे किन्तु उसका वध नहीं करेंगे।
*भगवान् विष्णु से जलन्धर का युद्ध और जलन्धर की वीरता से प्रसन्न होकर उसको भगवान् विष्णु का वरदान । भगवान् विष्णु का जलन्धर की इच्छानुसार लक्ष्मीजी के सहित समुद्र में जाकर जलन्धर के नगर में घरजमाई बनकर निवास।