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मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है.
Fixed deposit rates: कई बैंकों ने हाल ही में अलग-अलग जमाराशियों के लिए और अलग-अलग अवधि के लिए फिक्स डिपोजिट ब्याज दरों में वृद्धि की है. मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है.
बैंक एफडी या सावधि जमा देश में लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं. हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों ने हमेशा सलाह दी है कि किसी को अपनी पूरी बचत बैंक एफडी में नहीं लगानी चाहिए. बैंकों में कितना पैसा जमा करने की जरूरत है, यह तय करने के लिए किसी को अपने एसेट एलोकेशन और फाइनेंशियल टारगेट का आकलन करने की जरूरत है.
मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है.
Fixed deposit rates: कई बैंकों ने हाल ही में अलग-अलग जमाराशियों के लिए और अलग-अलग अवधि के लिए फिक्स डिपोजिट ब्याज दरों में वृद्धि की है. मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है.
बैंक एफडी या सावधि जमा देश में लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं. हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों ने हमेशा सलाह दी है कि किसी को अपनी पूरी बचत बैंक एफडी में नहीं लगानी चाहिए. बैंकों में कितना पैसा जमा करने की जरूरत है, यह तय करने के लिए किसी को अपने एसेट एलोकेशन और फाइनेंशियल टारगेट का आकलन करने की जरूरत है.