इस भाग में स्वामी रामसुखदास जी के द्वारा वर्णन किए गए श्रीमद्भागवत गीता साधक संजीवनी के प्रथम अध्याय के प्रारम्भ के दो श्लोकों का वाचन है।प्रथम प्रयास है त्रुटि हेतु क्षमाप्रार्थी हूँ
इस भाग में स्वामी रामसुखदास जी के द्वारा वर्णन किए गए श्रीमद्भागवत गीता साधक संजीवनी के प्रथम अध्याय के प्रारम्भ के दो श्लोकों का वाचन है।प्रथम प्रयास है त्रुटि हेतु क्षमाप्रार्थी हूँ