अपने मन के दर्द को हर इंसान केवल स्वयं महसूस कर सकता है पर वो दर्द हमें कमज़ोर और खोखला करने की पूरी ताकत रखता है। अपनी आत्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति बनाने और बढ़ाने के लिए मात्र आध्यात्मिकता और सतगुरु का प्रेम ही उपाय है।
अपने मन के दर्द को हर इंसान केवल स्वयं महसूस कर सकता है पर वो दर्द हमें कमज़ोर और खोखला करने की पूरी ताकत रखता है। अपनी आत्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति बनाने और बढ़ाने के लिए मात्र आध्यात्मिकता और सतगुरु का प्रेम ही उपाय है।