युवा पत्रकार कहानीकार रणविजय सिंह सत्यकेतु की लिखी कहानी लौट आई गौरैया मानवीय रिश्तो व जीवन के संवेदना ओं को बेहद संवेदनशील रूप से प्रस्तुत करती है। उनकी इसी कहानी को यहां प्रस्तुत किया गया है।
युवा पत्रकार कहानीकार रणविजय सिंह सत्यकेतु की लिखी कहानी लौट आई गौरैया मानवीय रिश्तो व जीवन के संवेदना ओं को बेहद संवेदनशील रूप से प्रस्तुत करती है। उनकी इसी कहानी को यहां प्रस्तुत किया गया है।