आत्म सम्मान और कुछ नहीं, बल्कि ख़ुद अपने बारे में हमारी सोच है। ऊँचे दरजे के आत्म सम्मान से जिंदगी खुशहाल बनती है। आत्म सम्मान एक ऐसा अहसास है, जो अच्छाई को समझने और उस पर अमल करने से पैदा होता है। कोई भी आपकीे इज़ाजत के बगैर आपको हीन महसूस नहीं करा सकता।