ज़रूर, मैं स्रोतों और उपलब्ध जानकारी के आधार पर आपकी क्वेरी का सारांश प्रस्तुत कर सकता हूँ।दिए गए स्रोतों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिसके कारण सैन्य संघर्ष शुरू हो गया है। यह तनाव अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद से गहराया है।हालिया घटनाक्रम और ऑपरेशन सिंदूर:
- भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' नामक जवाबी आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया है।
- यह अभियान 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का प्रतिशोध है, जिसका उद्देश्य निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाना था।
- ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और नष्ट किया गया। इनमें से पांच ठिकाने PoJK में थे।
- ये ठिकाने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े थे।
- निशाना बनाए गए चार आतंकवादी ठिकाने पाकिस्तान में बहावलपुर, मुरीदके, सरजल और महमूना जोया थे।
- बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, मरकज़ सुबहान अल्लाह, भी नष्ट कर दिया गया। यह सुविधा 2015 से सक्रिय थी और JeM का मुख्य प्रशिक्षण, प्रेरणा और संचालन केंद्र था। यह 14 फरवरी, 2019 के पुलवामा हमले सहित JeM की विभिन्न आतंकवादी साजिशों से जुड़ा रहा है। यह ठिकाना JeM प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और अन्य परिवार के सदस्यों का निवास स्थान भी था।
- कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों को समझाया, जिसमें नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए स्थानों का चयन सटीक खुफिया इनपुट और योजना पर आधारित था।
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने पिछले तीस वर्षों से एक जटिल आतंकवादी बुनियादी ढांचा बनाए रखा है, जिसमें पाकिस्तान और PoJK में 21 भर्ती, प्रेरणा और लॉन्च-पैड केंद्र शामिल हैं।
- यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर दुनिया को "जानबूझकर गुमराह" करने के लिए जाना जाता है, जिसका उदाहरण साजिद मीर का मामला है।
भारत की सुरक्षा तैयारियां और प्रतिक्रिया:
- तनाव बढ़ने के बीच, केंद्र सरकार ने थल सेनाध्यक्ष को प्रादेशिक सेना को वापस बुलाने के लिए अधिकृत किया है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा स्थिति और भारतीय सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारी की समीक्षा के लिए नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल एपी सिंह शामिल हुए।
- गृह मंत्री अमित शाह ने भी सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा स्वास्थ्य अवसंरचना और तैयारियों की समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
- गुजरात सरकार भी राष्ट्रीय सुरक्षा बलों और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य की तैयारियों की समीक्षा कर रही है।
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी मुंबई में एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।