नरोतम अपनी माँ की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता था.... सो वह एक दिन उनको धोखे से कहीं छोड़ आता है...फिर क्या हुआ... जानने के लिए सुनिये ये भावनात्मक कहानी...
यह कहानी उन सभी वृद्ध जनों को समर्पित है जो कि वृद्धआश्रम में रहकर अपनो का इंतज़ार कर रहे हैं...
this story is written and narrated by sangeeta srivastava...also available on my utube channel "कहानियों का शहर" https://youtu.be/lwXK65Kd7ZY.