प्रश्न: गुरुदेव, आपसे कई बार सुना है कि एक अज्ञानी व्यक्ति है, वो शब्दों में उलझा रहता है और ज्ञानी व्यक्ति जीवन को ही सपना मान के चलता है ! सिद्धांत की तरह से ये सही भी लगता है, लेकिन पूरा जीवन तो सच ही है, शरीर भी सच है तो फिर जीवन को सपने जैसा कैसे अनुभव में आएगा ?
Learn more about your ad choices. Visit podcastchoices.com/adchoices
Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices