
Sign up to save your podcasts
Or


आज मैं आप लोगों को कुछ हकीकत बताने जा रहा हूं। जो बक्सर जिला के एक गांव में हुआ था । वहां पर एक परिवार था जिसमें रौनक नाम का लड़का अपने मां बाप एवं भाई बहन के साथ रहता था। रौनक 20 साल का जब हो गया। तो उसको देखने के लिए लड़की वाले आने लगे।
कुछ दिन बीत गया। तभी रौनक को एक लड़की की फोटो अच्छी लगी। उसने अपनी मां को बोला मां मैं इसी से शादी करूंगा और बोलता भी क्यों नहीं। हर लड़के की ख्वाहिश होती है।
कि उसकी औरत सुंदर और संस्कारी हो ताकि किसी के सामने ले जाने से उसका मान भी बड़े। उसकी मां ने बोला ठीक है। बेटा तुम्हारी शादी मैं इसी से करवाऊंगी और लड़की के पिता को हां बोल दिया। कुछ दिन बाद उसकी शादी का दिन आ गया। वह बहुत खुश था । क्योंकि उसकी हल्दी मेहंदी और संगीत से घर में खुशी छाई हुई थी।
सारे मेहमान से उसका घर भर गया था। वह मन ही मन सोच रहा था। कि मैं अपनी औरत को बाहर घुमाने ले जाऊंगा और दोस्तों के साथ खूब बातें भी करूँगा कि देखो मेरी औरत लाखों में एक है( मन ही मन लड्डू फूट रहे थे) और उस दिन उसका इंतजार भी खत्म हो गया।
क्योंकि उस दिन उसकी शादी जो हो रही थी। गांव वाले भी धूमधाम से बारात लेकर लड़की के घर पहुंचे और दोनों की शादी भी हो गई। जब सुबह विदाई हुई। तो उस समय लड़की को डोली में अकेले ही ससुराल लाया जाता था। चार कहार डोली को उठाते उठाते थक गए थे। वह बेचारे सोचे कि कहीं पेड दिखा। तो डोली उसके नीचे रख देंगे।
तो थोड़ी देर आराम करके फिर आगे बढ़ेंगे और आम का पेड़ तभी दिख गया। वह लोग डोली को रखकर पानी पीने लगे और बोले की बहू अगर आपको भी प्यास लगी हो तो पानी पी लो बहू ने कुछ नहीं बोला और चारों की थोड़ी सी आंख लग गई।
तभी उस पेड़ की चुड़ैल नीचे उतरी और दुल्हन को मारकर उसके अंदर आ गई और डोली में बैठ गई क्योंकि दोपहर का समय था। थोड़ी देर बाद वह अपने ससुराल आ गई। लोक-चार होने के बाद जब रात हुई तो रौनक अपने कमरे में गया। जब वह अपने बिस्तर पर बैठकर दुल्हन से बातें कर रहा था।
तभी उसे जोर से प्यास लगी। उसने कहा मैं पानी पीकर आता हूं। दुल्हन ने बोला आप बैठो मैं पानी दे रही हूं। इतना कहकर उसने अपना हाथ लंबा करके कुए से पानी निकाल कर उसको दे दिया। इतना देखते ही रौनक जमीन पर भद्द से गिर गया और बेहोश हो गया।
थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया तो। उसने अपने सामने घुंघट में छुपी चुड़ैल को देख लिया और भागने की कोशिश करने लगा। तभी उस चुड़ैल ने बोला आप भागो मत मैं आपको मारूंगी नहीं और अब मैं आपके साथ रहूंगी भी नहीं । नही तो आप जीवित नहीं रहोगे।
क्योंकि आपने हमारा चेहरा देख लिया। लेकिन यह गांव हमारी ही निगरानी में हमेशा रहेगा। क्योंकि यहां मेरा ससुराल है और मैं आपको एक बात बताती हूं। जो आप अपने गांव वालों को बता देना। कि जिस घर का चूल्हा उत्तर दिशा में होगा।
वह सब अपने घर का चूल्हा दक्षिण दिशा में कर लो। तो उनके घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी। इतना कहकर वह गायब हो गई शास्त्रों के हिसाब से माना जाता है कि दक्षिण में अक्सर भूत प्रेत निवास करते हैं। लेकिन ऐसा करने से आज भी उस गांव में कभी भूखमरी या फिर कोई बीमारी जल्दी नहीं आती। वहां पर सब हंसी खुशी रहते है।
By Noor Alam Saifआज मैं आप लोगों को कुछ हकीकत बताने जा रहा हूं। जो बक्सर जिला के एक गांव में हुआ था । वहां पर एक परिवार था जिसमें रौनक नाम का लड़का अपने मां बाप एवं भाई बहन के साथ रहता था। रौनक 20 साल का जब हो गया। तो उसको देखने के लिए लड़की वाले आने लगे।
कुछ दिन बीत गया। तभी रौनक को एक लड़की की फोटो अच्छी लगी। उसने अपनी मां को बोला मां मैं इसी से शादी करूंगा और बोलता भी क्यों नहीं। हर लड़के की ख्वाहिश होती है।
कि उसकी औरत सुंदर और संस्कारी हो ताकि किसी के सामने ले जाने से उसका मान भी बड़े। उसकी मां ने बोला ठीक है। बेटा तुम्हारी शादी मैं इसी से करवाऊंगी और लड़की के पिता को हां बोल दिया। कुछ दिन बाद उसकी शादी का दिन आ गया। वह बहुत खुश था । क्योंकि उसकी हल्दी मेहंदी और संगीत से घर में खुशी छाई हुई थी।
सारे मेहमान से उसका घर भर गया था। वह मन ही मन सोच रहा था। कि मैं अपनी औरत को बाहर घुमाने ले जाऊंगा और दोस्तों के साथ खूब बातें भी करूँगा कि देखो मेरी औरत लाखों में एक है( मन ही मन लड्डू फूट रहे थे) और उस दिन उसका इंतजार भी खत्म हो गया।
क्योंकि उस दिन उसकी शादी जो हो रही थी। गांव वाले भी धूमधाम से बारात लेकर लड़की के घर पहुंचे और दोनों की शादी भी हो गई। जब सुबह विदाई हुई। तो उस समय लड़की को डोली में अकेले ही ससुराल लाया जाता था। चार कहार डोली को उठाते उठाते थक गए थे। वह बेचारे सोचे कि कहीं पेड दिखा। तो डोली उसके नीचे रख देंगे।
तो थोड़ी देर आराम करके फिर आगे बढ़ेंगे और आम का पेड़ तभी दिख गया। वह लोग डोली को रखकर पानी पीने लगे और बोले की बहू अगर आपको भी प्यास लगी हो तो पानी पी लो बहू ने कुछ नहीं बोला और चारों की थोड़ी सी आंख लग गई।
तभी उस पेड़ की चुड़ैल नीचे उतरी और दुल्हन को मारकर उसके अंदर आ गई और डोली में बैठ गई क्योंकि दोपहर का समय था। थोड़ी देर बाद वह अपने ससुराल आ गई। लोक-चार होने के बाद जब रात हुई तो रौनक अपने कमरे में गया। जब वह अपने बिस्तर पर बैठकर दुल्हन से बातें कर रहा था।
तभी उसे जोर से प्यास लगी। उसने कहा मैं पानी पीकर आता हूं। दुल्हन ने बोला आप बैठो मैं पानी दे रही हूं। इतना कहकर उसने अपना हाथ लंबा करके कुए से पानी निकाल कर उसको दे दिया। इतना देखते ही रौनक जमीन पर भद्द से गिर गया और बेहोश हो गया।
थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया तो। उसने अपने सामने घुंघट में छुपी चुड़ैल को देख लिया और भागने की कोशिश करने लगा। तभी उस चुड़ैल ने बोला आप भागो मत मैं आपको मारूंगी नहीं और अब मैं आपके साथ रहूंगी भी नहीं । नही तो आप जीवित नहीं रहोगे।
क्योंकि आपने हमारा चेहरा देख लिया। लेकिन यह गांव हमारी ही निगरानी में हमेशा रहेगा। क्योंकि यहां मेरा ससुराल है और मैं आपको एक बात बताती हूं। जो आप अपने गांव वालों को बता देना। कि जिस घर का चूल्हा उत्तर दिशा में होगा।
वह सब अपने घर का चूल्हा दक्षिण दिशा में कर लो। तो उनके घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी। इतना कहकर वह गायब हो गई शास्त्रों के हिसाब से माना जाता है कि दक्षिण में अक्सर भूत प्रेत निवास करते हैं। लेकिन ऐसा करने से आज भी उस गांव में कभी भूखमरी या फिर कोई बीमारी जल्दी नहीं आती। वहां पर सब हंसी खुशी रहते है।