झूठ,अगर झूठ हैं ये दुनियां,तो फ़िर क्या हैं सच,तेरा प्यार,तू खुद बता,तू तो थीं मेरी दुनिया,लेकिन तुमने देखी दुनियां,और बन गई जैसी थीं दुनिया,फ़िर भी थीं मेरी तू दुनियां,तूने कहा था ना,थोड़ा और इंतज़ार और कर रहा हूं मैं इंतज़ार,लेकिन तू न आई,और जब आईं तब तक किसी और दुनियां में बसा दिया था खुदा ने,फिर भी मैं तेरा था उस दुनिया में,चलो माना झूठी थीं मेरी दुनिया,तूने बताया तो नहीं था न,सच्ची थीं क्या तेरी दुनिया,तू बनाती तो मुझे दुनिया अपना या फिर सिर्फ अपना बता फिर क्या झूठा थामैं मेरा प्यार या फिर मेरी दुनिया!!